Thursday, October 11, 2012

तो क्या पाओगी................


प्यार मुझ से जो किया तो क्या पाओगी
मेरे हालात की आंधी में, बिखर जाओगी

रंज और दर्द की बस्ती का, मैं बाशिंदा हूँ
ये तो बस मैं हूँ, के इस हाल में भी ज़िंदा हूँ
ख्वाब क्यों देखू, कल जिस पे मैं शरमिंदा हूँ
मैं जो शरमिंदा हुआ, तुम भी तो शरमाओगी

क्यों मेरे साथ कोई और परेशान रहे
मेरी दुनियाँ हैं जो वीरान तो वीरान रहे
जिन्दगी का ये सफ़र तुम पे तो आसान रहे
हमसफ़र मुझ को बनाओगी तो पछाताओगी

एक मैं क्या अभी आयेंगे दीवाने कितने
अभी गुन्जेंगे मोहब्बत के तराने कितने
जिन्दगी तुम को सुनाएगी फ़साने कितने
क्यों समझती हो मुझे भूल नहीं पाओगी

8 comments:

  1. एक निवेदन
    कृपया निम्नानुसार कमेंट बॉक्स मे से वर्ड वैरिफिकेशन को हटा लें।
    इससे आपके पाठकों को कमेन्ट देते समय असुविधा नहीं होगी।
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    अधिक जानकारी के लिए कृपया निम्न वीडियो देखें-
    http://www.youtube.com/watch?v=VPb9XTuompc

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  2. सुन्दर ,सटीक और प्रभाबशाली रचना। कभी यहाँ भी पधारें।
    सादर मदन
    http://saxenamadanmohan1969.blogspot.in/
    http://saxenamadanmohan.blogspot.in/

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  3. jagjit singh ji ki gazlon me se ek behtareen nazm....share karne hetu dhanyawaad....

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